पढ़िए, तीन दिन में सेना तैयार करने के भागवत के कथित बयान पर RSS की अक्षरशः सफाई
मीडिया में छाए संघ प्रमुख मोहन भागवत के एक कथित बयान के बारे में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने सफाई दी है और कहा है कि संघ प्रमुख के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है।
दरअसल, मीडिया में चलाया जा रहा था कि मोहन भागवत ने कहा कि अगर ज़रूरी हुआ, तो देश की ख़ातिर लड़ने के लिए आरएसएस तीन दिन में ‘सेना’ तैयार कर सकता है। बताया गया कि बिहार के मुज़फ्फरपुर में ज़िला स्कूल मैदान में आरएसएस प्रमुख ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि सेना को सैनिकों को तैयार करने में छह-सात महीने लग जाएंगे, लेकिन संघ अपने स्वयंसेवकों को लेकर तीन दिन में तैयार हो जाएगा।
लेकिन अब संघ के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने एक प्रेस रिलीज़ जारी करके इस कथित बयान पर सफाई पेश की है, जिसे आप अक्षरशः नीचे पढ़ सकते हैं-
दरअसल, देश में बीजेपी की सरकार होने की वजह से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काफी महत्वपूर्ण हो गया है। लिहाजा बार-बार उसे राजनीति में घसीटने की कोशिशें होती रहती हैं। कांग्रेस तथा अन्य एंटी-बीजेपी दलों के नेता अक्सर इस ताक में रहते हैं कि संघ नेताओं की कोई ऐसी बात उनके हाथ लग जाए, जिसे तूल दिया जा सके। शायद उन्हें लगता है कि संघ का विरोध करने से एक ख़ास वोट बैंक का भी तुष्टीकरण होता है, इसलिए वे कोई मौका नहीं चूकना चाहते।
यह पहला मौका नहीं है, जब किसी आरएसएस नेता के बयान को लेकर विवाद खड़ा करने की कोशिश की गई हो। बिहार चुनाव के दरम्यान भी मोहन भागवत के एक बयान को आरक्षण के विरोध से जोड़कर पेश किया गया था। फिर यूपी चुनाव से पहले मनमोहन वैद्य के एक बयान को भी आरक्षण के विरोध से जोड़ने की कोशिश की गई। ताज़ा घटना भी उसी कड़ी का हिस्सा है, जब संघ-प्रमुख के बयान को देश की सेना को अपमानित करने वाला बताया जा रहा है। चूंकि देश में आम चुनाव में अब करीब एक ही साल रह गया है, इसलिए आश्चर्य नहीं कि संघ और संघ नेताओं को ऐसे और भी विवादों में घसीटने की कोशिश की जाएगी।
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