गणेश राम और मीसा भारती के लिए कानून अलग-अलग क्यों?
हमारे यहाँ सिस्टम कैसे काम करता है, वो ज़रा देखिए- लालू यादव की बेटी मीसा भारती MBBS की टॉपर हैं। तरक़्क़ी की राह पर बढ़ते हुए एक दिन वो सांसद बन जाती हैं। फिर एक दिन वह ऐसी क़ाबिल कारोबारी बन जाती हैं कि दिल्ली में उन्हें सिर्फ़ एक करोड़ में 100 करोड़ के दो-दो फ़ार्म हाउस मिल जाते हैं।
गणेश राम इंटर आर्ट्स का टॉपर बनता है। उस पर उम्र छिपा कर इम्तिहान देने का आरोप है। उसे मीडिया के हज़ार सवालों से गुज़रना पड़ता है। सुशासन के चेहरे पर गणेश एक धब्बा बन जाता है।देखते ही देखते ग़रीब गणेश राम जेल पहुँच जाता है। उसके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। गणेश की ज़िंदगी तो बर्बाद हो ही चुकी है, उसकी अगली पीढ़ी का भविष्य कैसा है, ये भी सहज कल्पनीय है।
क्या अब भी आप कहेंगे कि कर्म करते जाइये और फल की चिंता ना करें?
(डिस्क्लेमर: ये लेखक के निजी विचार हैं। बहसलाइव.कॉम इनसे सहमत हो, यह ज़रूरी नहीं।)